अपराजिता का घर में लगाना बेहद शुभ माना जाता है। वास्तु के हिसाब से इस फूल को सुख और समृद्धि का प्रतीक बताया गया है। इस पर आने वाले नीले और सफेद कलर के फूल मन को मोह लेते हैं। अपराजिता के फूल देखने में जितने सुंदर होते हैं उतने ही सेहत के लिए लाभकारी भी होते हैं।
आपके घर में अपराजिता का पौधा है और सूख गया है या आप इसे लगाना चाहते हैं, तो सारी जानकारी हम आपके लिए इस लेख में लेकर आए हैं। चलिए जानते हैं आपको इसकी देखभाल कैसी करनी है और कैसी इसको लगाना है।
अपराजिता फैबेसी परिवार से संबंधित एक पौधे की प्रजाति है। इसको क्लिटोरिया टर्नेटिया, अपराजिता फूल, एशियन पिजनविंग्स, नीलकंठ, बटरफ्लाई मटर के नाम से जाना जाता है।
अपराजिता लगाने का समय
अपराजिता का पौधा लगाने के लिए ये समय उपयुक्त है। आप फरवरी या मार्च में इसका पौधा लगा सकते हैं। आप इसके पौधे को नर्सरी से भी ला सकते हैं या बीज के माध्यम से भी लगा सकते हैं। अपराजिता का पौधा लगाने का सही समय हल्का गर्म मौसम ही होता है। ठंड में ये पौधा विकसित नहीं होता है। 18 से 24 डिग्री सेल्सियस तापमान इस पौधे को उगाने के लिए सही होता है।
अपराजिता के पौधे के लिए ऐसे करें मिट्टी तैयार
- इसको लगाने के लिए अच्छे जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है।
- रेतीली और उपजाऊ मिट्टी का आप प्रयोग करें।
- इसके लिए 5.5 से 8.9 पीएच मान वाली मिट्टी सही रहती है।
- गमले में गार्डन सॉइल,खाद और रेत का मिश्रण बराबर मात्रा में तैयार करें।
- कोकोपीट या पीटमॉस का उपयोग भी आप कर सकते हैं।
- पौधे की ग्रोथ के लिए गोबर की खाद सबसे बेस्ट है।
- नाइट्रोजन,फॉस्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद इसमें डालें।
अपराजिता का बीज ऐसे लगाएं
- अपराजिता के पौधे को लगाने के लिए बीज का ही चुनाव बेहतर रहता है। हालांकि बीज को उगने में तीन से चार हफ्ते का समय लगता है।
- अपराजिता को लगाने के लिए 9 x 9 का गमला लीजिए, जिसमें जल निकासी के लिए छेद हो।
- बीज को उगाने से पहले इसे पांच से छह घंटे तक नार्मल पानी में भिगोकर रखें।
- गमलें में पौधे के लिए तैयार की गई मिट्टी डालें और उंगली के माध्यम से छेद करके इसमें बीज को रोप दें।
- जिस गमले में बीज लगा है वहां पर मिट्टी में नमी बनाए रखें।
- बीज लगने के बाद अपराजिता के पौधे पर फूल आने के लिए 6-7 महीने का समय लग जाता है।
- अगर आप कंटिग से अपराजिता लगा रहे हैं, तो इसे धूप की बजाए छाया में रखें।
- लगाने के दस से पंद्रह दिन के भीतर आपकी कंटिग के पूराने पत्ते झड़ जाएंगे और नए पत्ते दिखने लगेंगे।
अपराजिता के पौधे की ऐसे करें देखभाल
- इसके गमले को धूप में रखना जरुरी है।
- पौधे को नियमित रुप से पानी देना है और मिट्टी में नमी बरकरार रखनी है।
- पौधे की समय-समय पर गुड़ाई और छंटाई करते रहें।
- मुरझाए हुए फूलों और पत्तों को हटा दें और सुखी टहनियों को भी अलग कर दें।
- ये बेल के रुप में बढ़ने वाला पौधा है, इसलिए इसको सहारा अवश्य दें।
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अपराजिता के पौधों पर लगने वाले कीड़े
गमले में जल भरने पर इसमें फंगस , वाइट फ्लाई, स्पाइडर माइट एफिड्स जैसे कीट आक्रमण कर देते हैं। अपराजिता के पौधे को कीटों से बचाने के लिए आप इसमें नीम तेल या नीम के पानी का घोल तैयार करके स्प्रे कर सकते हैं।
अपराजिता के पौधे पर ज्यादा फूल लाने के लिए करें ये उपाय
- अपराजिता के पौधे में नमी जरुरी है, लेकिन ज्यादा पानी डालना इसके पत्तों को विकसित करता है और फूल आने से रोकता है। इसलिए रोज पानी देने से बचें।
- अपराजिता के पौधे पर नीचे लटकने वाली टहनियों को आप समय-समय पर हटाते रहें।
- इस पौधे पर बीज बन रहे हैं, तो इन्हें भी काटना जरुरी है।
- बाजार में मिलने वाली मल्टी मिनरल फर्टिलाइजर भी आप इसमें डाल सकते हैं।
- एक 20 ग्राम फिटकरी का टुकड़ा आपको एक दिन के लिए पानी में डूबोकर रखना है और अपराजिता के पौधे की गुड़ाई करके उसकी जड़ों को हवा लगने दें और फिर ये पानी डाल दें। एक दो महीने के अंतराल में आप ऐसा कर सकते हैं।
- पौधे की गुड़ाई करके इसकी जड़ों में आप हल्दी का छिड़काव भी कर सकते हैं।
- पौधे में एक लीटर मठा और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर डालें।
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