कान में दर्द होने पर बुरा हाल हो जाता है। बहुत बार इंफेक्शन होने पर या कोई नुकीली चीज अंदर जाने के बाद कान में दर्द हो जाता है। आज के लेख में हम आपको कान के दर्द को नेचुरल तरीके से कैसे ठीक करना है ये बताते हैं।
कान में तेल लगाना
प्राचीन समय से ही लोग कान में सरसों का तेल डालते आ रहे हैं। कान में तेल डालना हमें कान में होने वाली कई बीमारियों से बचा सकता है। कान को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए ये सफल और असरदार उपाय है।
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तुलसी
तुलसी में कई प्राकृतिक गुण होते हैं,जो सेहत के लिए जरुरी है। इसमें पाए जाने वाले एंटीफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और इम्युनोमॉड्यूलेटरी गुण कान के लिए असरदार है। तुलसी कान के दर्द में राहत देने के साथ-साथ संक्रमण को भी दूर करती है। तुलसी के पत्तों को पीसकर उसके रस की दो बूंद कान में डालना फायदेमंद है।
लौंग का तेल
लौंग का तेल दांत के दर्द में राहत देने के साथ-साथ कान के दर्द में भी आराम देता है। इसमें एनाल्जेसिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। लौंग का तेल कान में दर्द होने पर असरदार साबित होता है।
तिल का तेल
तिल का तेल भी कान के दर्द में राहत देता है। इसका प्रयोग लौंग के साथ किया जाता है। एक चम्मच तिल के तेल में एक लौंग डालकर उबाल लें। ठंडा होने पर इसका प्रयोग करें। इसको छानकर हल्का गर्म तेल कान में डालना लाभकारी माना जाता है।
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टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल भी कान के दर्द के लिए काफी असरदार माना जाता है। इसमें एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो कान के दर्द को ठीक करने का नेचुरल तरीका है। टी ट्री ऑयल की एक या दो बूंद नारियल के तेल या जैतुन के तेल में मिलाकर कान में डालनी होती है।