बहुत बार पुरुषों को पेशाब करने में जलन के साथ दर्द का अनुभर होता है। बहुत से पुरुष इसे संक्रमण से जोड़ लेते हैं और गंभीरता से नहीं लेते। पुरुषों का मानना होता है कि ज्यादा पानी पीने से यूरिन का इन्फेक्शन ठीक हो जाएगा। लेकिन हर बार ये सोचना सही नहीं होता है। मुत्र में जलन और दर्द होना गंभीर बीमारी की तरफ संकेत है। इस बीमारी को प्रोस्टेटाइटिस कहा जाता है, जो पुरुषों में होती है।
बहुत बार शर्म के कारण डॉक्टर के पास चेकअप के लिए नहीं जाते है, या फिर इसको अपने आप ठीक होने के लिए छोड़ देते हैं। लेकिन जरा सी लापरवाही आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए बिना हिचकिचाएं चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
प्रोस्टेटाइटिस क्या है
ये सिर्फ पुरुषों में होती है। प्रोस्टेट (पौरूष ग्रंथि) ग्रंथि होती है जो लिंग और मूत्राशय के बीच मे होती है। बहुत बार इस ग्रंथि में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से पेशाब करते समय जलन और दर्द का अनुभव होता है। डॉक्टर्स का मानना है कि जब भी आपको इस बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। प्रोस्टेटाइटिस गंभीर और दर्दनाक बीमारी है।
लक्षण
- पेशाब करते समय जलन का होना।
- मूत्र त्यागते समय दर्द अनुभव होना।
- सीमन निकलते समय दर्द होना।
- पेल्विस में दर्द होना।
- नितंबों और जननांगों में दर्द का अनुभव होना।
- रुक-रुक कर पेशाब आना।
- बुखार आना।
- प्रोस्टेटाइटिस बीमारी के ये लक्षण आम है, जो आपको कभी-कभी होते हैं। बार-बार ऐसा होने पर चेकअप करवाना जरूरी होता है।
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सामान्य प्रोस्टेटाइटिस में ये लक्षण महीने दो तीन महीनों में आते हैं। लेकिन समस्या जब गंभीर हो जाती है, तो ये बहुत जल्दी-जल्दी होने लगता है और पुरुषों को बहुत तकलीफ होती है। ये बैक्टीरिया के कारण होता है। एंटीबायोटिक लेकर इसका समय पर उपचार करना ही उपाय है। अगर समय पर समस्या का इलाज नहीं करवाया जाता है तो प्रोस्टेट और उसके आस-पास का हिस्सा गल जाता है।
प्रोस्टेटाइटिस होने के कारण
- इम्युनिटी पावर कम होना।
- पानी कम पीना।
- हस्तमैथुन या सेक्स नहीं करना भी है कारण।
- साफ-सफाई न रखना।
बचाव
- पानी का सेवन अधिक करें
- समय-समय पर सुरक्षित सेक्शुअल गतिविधि जरूरी है, ताकि प्रोस्टेट ग्रंथि खाली हो सके।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करना भी लाभदायक है।
- योग और ध्यान भी करें।
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डॉक्टर्स का मानना है कि इसका इलाज बिल्कुल संभव है। लक्षण दिखने पर तुंरत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।