WhatsApp Group Join Now

इस दुनियां में आते ही व्यक्ति रिश्तों के बंधन में बंध जाता है। कुछ रिश्ते व्यक्ति के जन्म के साथ ही बन जाते है तो कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिसे व्यक्ति अपनी समझदारी और जरूरतों के हिसाब से बनाता है। जिनमें से एक अहम रिश्ता होता है विवाह का बंधन। जो जीवन भर का बंधन तो होता ही है साथ ही इसे 7 जन्मों का बंधन भी कहा जाता है। जिस तरह एक मजबूत घर बनाने के लिए मजबूत नींव डाली जाती है। ठीक उसी तरह एक मजबूत रिश्ते के लिए सच की नींव जरूरी होती है। वैसे तो हर रिश्ते में सच जरूरी है क्योंकि जहा सच्चाई होगी वहीं पर विश्वास होगा। लेकिन खास तौर पर विवाह के बंधन में सच और विश्वास होना बहुत जरूरी है।

झूठ से बने रिश्ते बेमन से निभाए जाते है

अपने आस पास आपने ऐसे कई उदाहरण देखें होंगे जब रिश्ता झूठ की वजह से टूट गया हो। आज हम आपको ऐसे ही विवाह के 2 रिश्तों का उदाहरण बता रहे हैं। जिनका रिश्ता झूठ की बुनियाद पर चलाने की कोशिश की गई थी। लेकिन झूठ कितना ही छिपा लिया जाए एक ना एक दिन सच से हार जाता है। ठीक उसी तरह झूठ की बुनियाद पर बने रिश्ते या तो टूट जाते है या फिर बेमन से निभाए जाते हैं। जिसकी बदौलत व्यक्ति का सुख, चैन, सुकून सब दांव पर लग जाता है।

सिर्फ एक रिश्ता नहीं पूरा परिवार टूटता है

दाल में कुछ काला हो तो उसे निकाल दिया जाता है लेकिन अगर पूरी दाल ही काली हो तो क्या किया जाए। कहते हैं रिश्ते को बचाने के लिए कभी-कभी आटे में नमक जितना झूठ तो चलता है। लेकिन जब झूठ ज्यादा हो जाए तो विश्वास टूट जाता है और रिश्ते बिगड़ते चले जाते हैं। आज के दौर में रिश्ते जरूरत के हिसाब से रोज बनते और बिगड़ते हैं। लेकिन हम बात कर रहे हैं उस रिश्ते की जो केवल दो लोगों के बीच नहीं दो परिवारों के बीच जुड़ता है। जिसके टूटने का असर भी पूरे परिवार पर होता है। धूमधाम से अपने बेटे या बेटी की शादी करने के बाद जब रिश्ता टूटता है तो उसकी तकलीफ पूरे परिवार को बिखेर कर रख देती है।

माता-पिता को भरना पड़ता है हर्जाना

पुणे निवासी मीना और रोहित (नाम बदले हुए) की शादी धूमधाम के साथ की गई। मीना अपनी आखों में लाखों सपने संजोए डोली में विदा होकर ससुराल भी चली गई। वहां उसे सबका स्नेह मिला लेकिन जिसके साथ वो साथ फेरे लेकर गई उसका न मिल सका। मीना को अपने पति पर शक होने लगा। जिसके बाद उसे अपने साथ हुए धोखे का पता लगा। मीना को पता लगा की उसका पति एक किन्नर है और यह बात छिपा कर उसकी शादी कर दी गई है। जिसके बाद ये शादी टूट गई लेकिन इसका हर्जाना मीना के माता पिता को भरना पड़ा। जिस तरह मीना ने शादी से लाखों सपने संजोए थे ठीक उसी तरह उसके मां पिता के सपने भी जुड़े थे तो एक पल में चकनाचूर हो गए।

सच की नींव पर बनाएं रिश्ते

जींद निवासी कमल और प्रिया की शादी भी धूमधाम से हुई। लेकिन शादी के कुछ वक्त बाद ही प्रिया बीमार रहने लगी और दिनभर अपने ससुराल वालों से छिप कर दवाई लेने लगी। एक दिन कमल के पूछने पर प्रिया ने बताया कि उसे छोटी मोटी एलर्जी हुई है। लेकिन सच ज्यादा दिन कहा छिपता है। आखिरकार कमल को एक दिन पता लग गया की उसकी प्रिया को गंभीर सांस की बीमारी हैं जो कई साल पुरानी है लेकिन उससे छिपाई गई। इसके बाद दोनों के बीच अनबन रहने लगी और रिश्ता टूट गया। आज हमने आपको ऐसे 2 उदाहरण बताए जो रिश्ते झूठ की बुनियाद पर बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन टूट गए। आप इनसे सीख जरूर लें कि झूठ की उम्र 4 दिन की होती है और कहीं भी रिश्ता जोड़ने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल कर लें। ताकि आपको ऐसा हर्जाना ना भरना पड़े।

Also read – “घर का माहौल बिगड़ाने से अच्छा है पत्नी से झूठ बोलना”

WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *