क्या अकेले खुश रहना संभव है? यह एक ऐसा सवाल है जो जब भी महिलाओं के हिस्से में आता है तो अजीब सी बेचैनी और उथल पुथल से मन भर जाता है। तब शायद हर लड़की यही महसूस करती है कि यह सवाल उनके लिए बना ही नहीं है, क्योंकि जब इस सवाल को अकेले में खुद से पूछने पर मन डर से सिहर जाता है तो फिर समाज की पैनी निगाहों के बीच इस सवाल का जवाब भला देते भी कैसे बनेगा। दरअसल हमारे आस-पास, लड़कियों के लिए एक ऐसा इमोशनल सा पैटर्न सेट किया गया है। जिससे निकलकर अकेले जीवन बिताने के बारे में वो सोच ही नहीं पाती। इस स्टीरियोटाइप्स में काॅलेज पूरा करने के बाद से ही एक और नया पाॅइंट जुड़ जाता है, ‘स्टिल अनमैरिड’! पढ़ाई के बाद कॅरियर बनाओ न बनाओ लेकिन शादी के लिए एक अच्छा लड़का जरूर होना चाहिए, वर्ना समाज के ये ताने, सच में कलेजा छलनी करने को तैयार रहते हैं।
क्या सच में सिंगल रहना असफल और अधूरे जीवन की निशानी है
समाज के एक बड़े तबके के हिसाब से अविवाहित या सिंगल रहना असफल और अधूरे जीवन की निशानी है। क्या यही सच भी है। अपने मन को टटोलते हुए अगर यही सवाल आप खुद से करेंगे न तो आपको एक एहसास यही आएगा कि सिर्फ सिंगल से डबल बनने का स्टेटस पाने का नाम तो शादी नहीं है। मगर बचपन से इसी सोच के बीच में पले-बढ़े होने की वजह से कहीं ना कहीं ये सोच हर किसी पर कभी ना कभी हावी ज़रूर होती है। आपके इसी डर का फायदा डेटिंग और मैट्रिमोनियल साइट्स उठाती हैं अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए।
इस डर से उबरने के लिए खुद को तैयार करना जरूरी है
सबसे पहले तो इस बात को समझना होगा कि अगर आप जैसा पार्टनर का साथ चाहते हैं उसके लिए इंतजार करने को तैयार हैं। इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं आप खुद को प्राथमिकता देते हैं और अपनी खुशियों, इच्छाएं और ज़रूरतों को समाज के नियमों से ऊपर रखते हैं। ये एक बात आपके डर को काफी हद तक कम करने में कारगर है। जिस दिन आप इस बात को अंदर से अपना लेंगे कि परिवार सिर्फ पति-पत्नी या बच्चों से नहीं बनता और शादी आपकी सफलता यां संपूर्णता का मापदंड नहीं है, उस दिन आपके अंदर से अकेलेपन का डर भी निकल जाएगा।
सेल्फ लव को थोड़ा और मज़बूत करें और मी टाइम पर फोकस करें
जब तक किसी का साथ आपके मन को न रिझाये। तब तक के लिए आपको खुद को बेहतर जानने की ज़रूरत है, खुद को थोड़ा और एक्सप्लोर करने की ज़रूरत है। नए शौक एक्सप्लोर करें, नई चीज़ें सीखें, नई जगहों पर जाएं या फिर घर पर रह कर ही अपने साथ वक्त बिताएं। सेल्फ लव को थोड़ा और मज़बूत बनाएं और मी टाइम पर फोकस करके अपने जीवन के सबसे बेहतरीन इंसान के साथ ज्यादा से ज्यादा वक़्त बिताए। ये बेहतरीन इंसान और कोई नहीं आप खुद हैं।