होली का त्याहौर आपके लिए खास होता है, लेकिन केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से कुछ भी अनहोनी हो सकती है।
इस बार आपको कैमिकल युक्त रंग खरीदने की बजाय हर्बल कलर अपने घर पर ही तैयार करने चाहिए।
चावल के आटे में पसंद का फूड कलर मिलाइए और पानी डालकर गाढ़ा घोल बनाइए। इसको सूखने के बाद मिक्सी में पीस लीजिए।
बेसन में हल्दी डालकर पानी मिलाइए और घोल तैयार करिए। इसको दो से तीन दिन सूखाने के बाद मिक्सी में पीस लीजिए।
मेहंदी के पत्तों को रात भर पानी में भिगोकर सुबह इस पानी से होली खेल सकते हैं या मेहंदी के पेस्ट का भी प्रयोग करें।
पालक, धनिए जैसी हरी सब्जियों का पेस्ट तैयार करना है और इसे पानी में घोलना है। ऐसा करने पर आपका हरा रंग तैयार हो जाएगा।
चुंकदर के कुछ टुकड़ों को पानी में डालकर कुछ देर बाद लिक्विड लाल कलर तैयार मिलेगा। आप इसे सुखाकर पाउडर भी बना सकते हैं।
होली पर आप गेंदे, टेशु, गुलदाउदी, अपराजिता, गुड़हल आदि कई फूलों से भी नेचुरल कलर तैयार कर सकते हैं।
इस बार आप हर्बल रंगों से ही होली खेलें। बहुत बार कैमिकल युक्त रंगों से आपके हाथों से किसी का नुकसान हो जाता है।
होली का त्यौहार आपसी भाईचारे और प्रेम का प्रतीक है। बिना किसी को नुकसान पहुंचाए हंसी खुशी इसे मनाएं।
हर्बल रंगों को बनाने की ज्यादा जानकारी लिंक पर क्लिक कर प्राप्त करें। द यूनिक से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद।
Learn more