अपराजिता की बेल हर कोई लगाना चाहता है, लेकिन इसका सही तरीका नहीं पता। चलिए जानते हैं इसको कंटिग से लगाने का तरीका
4.6 इंच लंबी रोगमुक्त और स्वस्थ कंटिग का चुनाव करना है। जिसपर बहुत सारी पत्तियां हो।
आपको कंटिग नोड के ठीक नीचे भाग से काटनी है यानि जहां से टहनी पर पत्तियां लगना स्टार्ट होती है वहां से ट्रिम करना है।
कंटिग की गई टहनी से नीचे की पत्तियां हटा दें और ऊपर की कुछ छोड़ दें और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी तैयार कर उसमें रोप दें।
आर्द्र वातावरण बनाने के लिए आप किसी पारदर्शी प्लास्टिक की थैली का गुंबद बनाकर इसे ढ़क सकते हैं। इस कंटिग को अप्रत्यक्ष धूप में रखें।
कुछ दिन बाद कंटिग पौधे के रुप में विकसित हो जाएगी और जड़ निकाल लेगी फिर इसे अच्छी मिट्टी तैयार करके गमले में लगा सकते हैं।
नियमित रुप से पानी इसे देते रहे हैं और इसे तेज धूप की जरुरत होती है। ये बेल के रुप में बढ़ती है इसलिए सहारा दें।
इसको पानी देना समय पर जरुरी है। ध्यान रखें की जलभराव की स्थिति न करें बस नमी जरुरी है। एक इंच ऊपर की मिट्टी सूख जाए तब पानी दें।
फूल खिलने के समय इसको अच्छी खाद दें। आप किचिन वेस्ट या गोबर की खाद का इस्तेमाल करें। इसकी जड़ों में हल्दी भी डाली जा सकती है।
अपराजिता पर एफिड्स और केटरपिलर जैसे कीट आक्रमण करते हैं, इनको नियंत्रित करें। आप नीम ऑयल या नीम पानी का छिड़काव करें।
ये जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके आप जरुर बताएं। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए जुड़े रहिए द यूनिक के साथ।
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