कोकोपीट का चलन आजकल बढ़ रहा है। गार्डनिंग करने का शौक रखने वाले लोग कोकोपीट का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं। कोकोपीट एक प्रकार की खाद होती है, जो मिट्टी को बेहतर बनाती है। दिन प्रतिदिन लोगों में बागवानी का शौक भी बढ़ता जा रहा है। पेड़-पौधों से प्यार करने वाले लोग अपने घर में बालकनी में छत पर बागवानी कर रहे हैं। कुछ लोग ऑर्गनिक सब्जियां और फल खाने के लिए अपने घर में ही किचन गार्डनिंग कर रहे हैं।
पौधों की अच्छी ग्रोथ हो इसके लिए मिट्टी बहुत जरुरी है। आपने मिट्टी में क्या मिलाया है। मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व ही आपके पौधे के लिए उपयोगी होते हैं। आज कल कोकोपीट बहुत चलन में है, लोग मिट्टी की जगह कोकोपीट का प्रयोग कर रहे हैं। आज के इस लेख में जानते हैं कि कोकोपीट क्या है और इसको कैसे घर पर आसान तरीके से तैयार कर सकते हैं।
कोकोपीट क्या है
कोकोपीट का इस्तेमाल विदेशों में फार्मिंग करने वाले लोग ज्यादा मात्रा में करते हैं। हालांकि धीरे-धीरे भारत में भी गार्डनिंग करने वाले लोग कोकोपीट का इस्तेमाल करने लगे हैं। कोकोपीट नारियल की भूसी से तैयार की गई खाद होती है, जिसमें सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपके पौधों की ग्रोथ के लिए अच्छे होते हैं।
कोकोपीट में फॉस्फोरस, जिंक, नाइट्रोजन, मैग्निशियम और मिनरल्स होते हैं, जो मिट्टी की उर्वरक शक्ति को बढ़ाते हैं।बहुत बार कई लोगों को गमले में डालने के लिए मिट्टी नहीं मिलती, तो वो कोकोपीट के जरिए अपना शौक पूरा करते हैं। कोकोपीट डालने से पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है और फल और फूल भी भरपूर मात्रा में मिलते हैं।
कोकोपीट घर पर कैसे तैयार करें
कोकोपीट घर में भी आसान तरीके से बनाया जा सकता है। कोकोपीट पर मार्केट में जाकर पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं है। अगर आप छोटे स्तर पर बागवानी कर रहे हैं, तो आप नारियल के माध्यम से घर पर ही आसान तरीके से कोकोपीट तैयार कर सकते हैं। बहुत बार हम नारियल के छिलके को बेकार समझकर फेंक देते हैं, लेकिन इस छिलके में ढ़ेर सारे पोषक तत्व होते हैं, जो मिट्टी के लिए महत्वपूर्ण है।
कोकोपीट तैयार करने की विधि
- नारियल के छिलकों को उतारकर इन्हें कुछ दिनों के लिए धूप में अच्छे से सूखाना है।
- तीन-चार दिन बाद छिलकों के छोटे-छोटे टुकड़े करने हैं।
- नारियल के छोटे-छोटे टुकड़ों को मिक्सर में डालकर बारीक पीस लेना है।
- नारियल के छिलकों का पाउडर तैयार होने के बाद आप इसमें पानी मिलाएं और तीन से चार घंटे के लिए छोड़ दें।
- पाउडर जब पानी को अच्छे से सोख ले, तो इसे निचोड़ दीजिए ऐसा करने पर एक्सट्रा पानी बाहर आ जाएगा।
- इस आसान तरीके से आप घर बैठे ही कोकोपीट तैयार कर सकते हैं।
कोकोपीट के फायदे
- कोकोपीट मिट्टी में मिलाने से मिट्टी हल्की हो जाती है।
- कोकोपीट में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, जिंक, मैग्निशियम आदि आवश्यक तत्व मौजूद होते हैं।
- कोकोपीट डालने से पौधे की जड़ आसानी से फैलती है।
- कोकोपीट पौधों में बैक्टीरिया या फंगस नहीं लगने देती है।
- कोकोपीट पानी को ज्यादा सोखती है। कम पानी में ज्यादा उत्पादन लेने का ये बेहतरीन तरीका है।
- एक बार कोकोपीट तैयार करने के बाद आप पूरे साल इसका फायदा ले सकते हैं।
- कोकोपीट मिट्टी में मिलाने के बाद कई दिनों तक कुछ भी खाद मिलाने की जरुरत नहीं होती है और इससे पौधा अच्छे से बढ़ता है।