बहुत सी महिलाएं होती हैं, जो गिनकर रोटी बनाती हैं। बहुत सी महिलाएं तो घर के सदस्यों को ये पूछकर रोटी बनाती हैं कि वो कितनी खाने वाले हैं। दरअसल रोटी गिनकर कभी नहीं बनानी चाहिए इसके पीछे धार्मिक कारण के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी है। ये लेख उन महिलाओँ के लिए हैं, जो घर में रोटी गिनकर बनाती हैं,चलिए जानते हैं गिनकर रोटी बनाना क्यों है अशुभ?
हमेशा बनाएं फालतू रोटी
हमारे हिदूं धर्म में पहली रोटी गाय की और लास्ट की रोटी कुत्ते की निकाली जाती है। माना जाता है कि ऐसा करना शुभ होता है। रोटी बनाते ही पहली रोटी पर घी लगाकर गाय को खिलानी चाहिए और लास्ट की रोटी को कुत्ते के सामने डालना चाहिए। माना जाता है कि दो रोटी मेहमानों के लिए बनाकर रखनी चाहिए। क्योंकि आपके द्वार पर कोई भी व्यक्ति आकर रोटी मांग सकता है। और किसी मांगने वाले को रोटी नहीं देना अधर्म होता है। इसलिए गिनकर रोटी नहीं बनानी चाहिए। हालांकि बहुत से घरों में ये नियम आज भी पालन किया जाता है।
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रोटी गिनकर बनाने पर बच जाता है आटा
बहुत बार महिलाएं इस हिसाब से गिनकर रोटी बना लेती हैं कि खाने वाले इतनी ही खाएंगे। ऐसा करने पर भिगा हुआ आटा बच जाता है। फिर उसी आटे को अगले दिन रोटी बनाने के लिए इस्तेमाल कर लिया जाता है। इस दौरान आटे को फ्रिज में रखा जाता है। फ्रिज में आटा रखना वैज्ञानिक दृष्टि से भी हानिकारक है और इसके पीछे धार्मिक मान्यता है कि आटा रात को नहीं रखना चाहिए। आटे में बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं तो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
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इसलिए महिलाओं को हमेशा ये सलाह दी जाती है गिनकर रोटी नहीं बनानी चाहिए। आपने जितना आटा लगाया है या तो उस पूरे आटे की रोटी बनाइएं या फिर आटा ही इतना लगाइए जो बचे ना। गिनकर रोटी बनाने से आप गाय, कुत्ते और मेहमान को भूल जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि आपके द्वार से कभी कोई मांगने वाल भूखा ना जाएं। अनबोल प्राणियों के लिए भोजन का प्रंबध करना भी आपका कर्तव्य बनता है।
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