आपको बुढापे में भी हेल्दी रहना है और जवानी में सुंदर दिखना है तो ये आर्टिकल आपके लिए है। आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि क्या खाएं, जिससे लबें समय तक स्वस्थ रह सकें। ज्यादातर लोग सबसे ज्यादा रोटियों का सेवन करते हैं, तो गेहूं के आटे में ही कुछ चीज मिला ली जाएं जो सेहत के लिए फायदेमंद हो।
गेहूं के आटे में मिलाएं कई अनाज
अगर आपको लंबे समय तक निरोगी रहना है, तो आपको अपने खाने के आटे में कुछ बदलाव करना होगा। हम सब घर में गेहूं का आटा खाते हैं। अकेले गेहूं के आटे की रोटी बहुत बार सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। इसलिए वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं के आटे में रागी, जौ, चना और बाजरा मिला लिया जाए तो ये सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। आपको गेहूं का आटा पिसवाते समय उनमें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ये चारों अनाज मिक्स कर लेने हैं। रागी, जौ, गेहूं, बाजरा, चना इन सबके आटे की रोटी खाने से आपकी सेहत अच्छी हो जाएगी।
चारों अनाज आटे में मिलाकर खाने के फायदे
रागी
रागी को अगर हम गेहूं के आटे में मिलाते है, तो ये पोषक तत्वों से भरपूर होती है और हमारे शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से दूर रखती है। रागी में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर पाया जाता है। माना जाता है कि इसके सेवन से शुगर कंट्रोल हो जाती है और जोड़ों में दर्द नहीं रहता है। रागी में कैलोरी बहुत कम होती है, इसलिए इसको खाने से वेट लॉस आसानी से किया जा सकता है।
फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण इसको खाने से कब्ज की समस्या से भी निजात मिलती है। रागी हमारे चेहरे और बालों के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है। वैज्ञानिकों का भी मानना है कि रागी के सेवन से हेयर फॉल की समस्या कम होती है और स्कीन चमकदार बनती है। इससे चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों और सांवलेपन से राहत भी मिलती है।
चना
चने में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। गेहूं के आटे में हमें काबूली चना मिलाना है। चने का आटा खाने से आसानी से मोटापा कम किया जा सकता है। शुगर के मरीज को भी चने के आटे की रोटी खाने के लिए कहा जाता है। चना शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। इसमें आयरन भी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। फाइबर होने के कारण इसका सेवन पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है। हार्ट के मरीजों के लिए भी चने का सेवन करना लाभकारी होता है।
जौ
जौ हमारी किडनी को ठीक रखने में मदद करता है। नियमित रुप से इसके सेवन से किडनी में होने वाली समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। बार-बार हो रहे है यूरिन इंफेक्शन को भी जौ ठीक करता है। गेहूं के आटे में इसका प्रयोग करना सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। पत्थरी के मरीजों के लिए भी जौ के आटे से बनी रोटी खाना अच्छा माना जाता है।
बाजरा
गेहूं के आटे में बाजरे का आटा मिक्स करके रोटी बनाने से सेहत अच्छी बनी रहती है। बाजरे में आयरन बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। जिन महिलाओं में खून की कमी होती है उन्हें बाजरा खाने की सलाह दी जाती है। बाजरा खाने से आपके शरीर में खून ज्यादा बनने लगता है। शरीर के विषेले पदार्थों को भी ये बाहर निकालता है। इसलिए बाजरे की रोटी खाना फायदेमंद होता है।
डॉक्टर्स का मानना है कि गेहूं के आटे में अगर ये सारे अनाज मिला लिए जाते है इंसान सेहतमंद हो जाता है। बुढ़ापे में आप बीमार नहीं होगे। सब अनाजों को मिलाकर बनाए गए इस आटे का सेवन से लीवर, हार्ट, शुगर, कोलेस्ट्राल बढ़ना, पत्थरी होना, यूरिन की समस्या होना आदि बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। ये आटा आपको जवान बनाए रखने में भी मदद करता है। स्कीन और बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।