मौसम में बदलाव के साथ खांसी और जुकाम के मरीज भी बढ़ रहे हैं। जुकाम और बुखार ठीक होने के बाद भी लोगों की खांसी ठीक नहीं हो रही है। ये खांसी लगातार दो तीन हफ्ते तक बनी रहती है। खांसी होने पर प्रयोग होने वाली सारी दवा, भाप सब बेअसर हो रहे हैं । डॉक्टर्स का कहना है कि अभी ये कहना मुश्किल है कि ये किसी नए वायरस की वजह से हो रहा है।
कोरोना की चपेट में आने वाले ज्यादा परेशान
जो लोग पहले कोरोना की चपेट में आए हुए हैं, उन लोगों को ये वायरल तेजी से हो रहा है। इसके दौरान पहले जुकाम, बुखार होता है। जुखाम और बुखार ठीक होने के बाद भी लगातार खांसी आती रहती है। खांसी इतने बुरे तरीके से आती है कि मरीज परेशान हो जाते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि ये वायरल 14 या फिर 21 दिन में अपने आप ठीक होता है। जिन लोगों को पहले कोरोना हुआ है वो ज्यादातर इस समस्या से परेशान हो रहे हैं और जल्दी- जल्दी बीमार हो रहे हैं।
बच्चों में फैल रहा है वायरल
धीरे- धीरे मौसम में परिवर्तन हो रहा है और सुबह-शाम हल्की सर्दी हो रही है। ऐसे मौसम में बिमारियों के ज्यादा फैलने के चांस होते हैं। छोटे बच्चों के चपेट में आने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि उनकी रोगों से लड़ने की शक्ति कम होती है। बच्चों को समय पर वैक्सीन लगवाना जरूरी होता है ताकि ऐसे वायरल से उन्हें बचाया जा सके। चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में बदलाव होता है तब रिस्पिरेटरी वायरस इंसान पर अटैक करते हैं और ऐसी समस्या उत्पन हो जाती है। रिस्पिरेटरी वायरस को फ्लू या आरएनए वायरस भी कहा जाता है, इस वायरस के नए-नए वेरिएंट सामने आते है जिसके लिए वैक्सीन दी जाती है।
रिस्पिरेटरी वायरस के लक्षण
- जुकाम
- खांसी
- जोड़ों में दर्द
- सिरदर्द
- बदन दर्द
- बुखार
प्रदूषण भी है कारण
लगातार ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका एक कारण प्रदूषण भी हो सकता है। इनवायरमेंट में पोलूश्यन का स्तर बढ़ने के साथ-साथ नई-नई बिमारियां भी ईजाद हो रही हैं। पहले खांसी जुकाम हफ्ते भर में ठीक हो जाते थे लेकिन अब दो हफ्ते या तीन हफ्तों में ठीक होता है। डॉक्टर्स का कहना है कि समाजिक दूरी और मास्क के प्रयोग से ऐसे वायरस से बचा जा सकता है।
कैसे करें बचाव?
- पौष्टिक भोजन
- विटामिन सी, डी और मल्टीविटामिन के सप्लिमेंट्स का सेवन
- भाप है असरदार
- योग करने से भी बेहतर होगा इम्युनिटी सिस्टम
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