पौधों को कब, कैसे और कितनी मात्रा में खाद देनी है, इन बातों को पता होना बेहद जरुरी है।
हाउस प्लांट्स के लिए जैविक खाद ही बेहतर मानी गई है और ये पौधों के स्वास्थ्य को सुधारती है।
जैविक खाद में वर्मीकंपोस्ट, गोबर की खाद, बोनमील, किचिन वेस्ट आदि आती हैं। इनके प्रयोग से पौधे हरेभरे रहते हैं।
खाद देना पौधे की प्रकृति पर निर्भर है, लेकिन मिट्टी तैयार करते समय, पौधा लगाते समय और ग्रोइंग स्टेज पर खाद दी जानी जरुरी है।
वंसत और पतझड़ में आप पौधों को खाद दें, क्योंकि इस समय पौधों को बढ़ने के लिए पोषक तत्वों की जरुरत होती है।
मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए गमले में 15 से 20 दिन के अंतराल में जैविक खाद जरुर डालें।
खाद देते समय पौधे के आसपास से खराब घास हटा दें। अगर घास टूट गई है या मिट्टी के साथ मिक्स हो गई है, तो इसे हटाने की जरुरत नहीं है।
जैविक खाद पुरानी हो तो अच्छी मानी जाती है। आप गोबर की पुरानी खाद पौधों में डालें, लेकिन पत्तों और तने को सुरक्षित रखें।
गमले की मिट्टी में कम से कम 2-3 इंच की गहराई तक खुदाई करें और तने के आसपास खाद की 1-2 इंच मोटी परत बना दें।
खाद देने के सही तरीकों में शामिल साइड ड्रेसिंग बेस्ट है। 3 सप्ताह के बाद आप अपने गार्डन के पौधों में साइड ड्रेसिंग कर सकते है।
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